bhoomi ,bhu naksha up,land record bihar,bhoomi online”: सभी जमीनी विवरण तहसील में जाकर देखा जा सकता है। तहसील में पटवारी के द्वारा भूमि का रिकॉर्ड देखा जा सकता है। लेकिन सरकार ने इस रिकॉर्ड को देखने के लिए ऑनलाइखाता खेसरा बिहार जमाबंदीन कब पोर्टल जारी किया है। इस art आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे भूमि जानकारी से संबंधित महत्पूर्ण बाते जैसे भूमि जानकारी 2022 क्या है, इसका लाभ, उद्देश्य, विशेषताएं, भूलेख, भू नक्शा, जमाबंदी, ऑनलाइन भूमि रिकॉर्ड, खाता नंबर, खेवट नंबर, खसरा नंबर इत्यादि
भूमि जानकारी 2022 अपडेट
पहले के व्यक्तियों को किसी योजना में आवेदन करने के लिए या फिर किसी प्रकार की जानकारी को प्राप्त करने के लिए सरकारी कार्यालय में जाना पड़ता था। इसलिए सरकार के माध्यम से इन प्रक्रियाओं को डिजिटलीकरण कर दिया गया है। भूमि जानकारी के लिए अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग पोर्टल को भी तैयार किया गया है। इस प्रक्रिया से आप घर बैठे अपने राज्य के पोर्टल पर जाकर भूमि की जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं।
इस प्रक्रिया का लाभ देश का कोई भी नागरिक उठा सकता है। सरकार द्वारा इस प्रक्रिया को चालू इसलिए किया गया क्योंकि किसी भी व्यक्ति को सरकारी कार्यालय के चक्कर नहीं चक्कर नहीं काटने पड़ते और इससे और इससे पैसों और टाइम दोनो का बचत होता है।
भूमि जानकारी का पूर्ण विवरण
- ✔️ जामबंदी: जमाबंदी जमीन का मुख्य विवरण होता है जिसमें जमीन का मालिक कोन है ,कल्टीवेटर का क्या नाम है, खाता खेसरा नंबर आदि का पता चलता है
- ✔️ खसरा नंबर : खसरा नंबर राज्य सरकार के माध्यम से प्लॉट संख्या यानी जमीनी सर्वे नंबर होता है जो भूमि के अलग-अलग टुकड़े को दर्शाता है।
- ✔️ खाता नंबर : खाता नंबर से पता चलता है कि मालिक के पास कौन-कौन सी जमीन है और कुल कितना जमीन है।
- ✔️ खतौनी नंबर : खतौनि नंबर एक प्रकार की संख्या होती है जूस सेट ऑफ कल्टीवेटर को मिलता है। अलग-अलग खेसरा संख्या के जमीन पर खेती करते हैं।
भूमि जानकारी 2022 का उद्देश्य
भूमि जानकारी 2022 का मुख्य उद्देश्य देश के सभी व्यक्ति भूमि से संबंधित जानकारी को आसान तरीके से पा सके। इसी के लिए सरकार के द्वारा इस योजना को अलग अलग राज्य के अलग-अलग वेबसाइट के माध्यम से शुरू किया गया। जिससे किसी भी नागरिक को जमीन संबंधित जानकारी के लिए ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
भूमि जानकारी 2022 की लाभ एवं विशेषता
- ✔️ सरकार के द्वारा भूमि संबंधित सभी प्रकार की जानकारी
डिजिटलीकरण कर दिया है - ✔️ देश का प्रत्येक व्यक्ति भूमि संबंधित जानकारी के लिए अपने राज्य के आधिकारिक वेबसाइट के पोर्टल पर देख सकता है
- ✔️ भूमि का विवरण से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए अब किसी भी व्यक्ति को सरकारी कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
- ✔️ अपने राज्य के पोर्टल पर जाकर अपनी भूमि का विवरण, जमाबंदी, भू नक्शा इत्यादि सब ऑनलाइन के माध्यम से देख सकते हैं।
- ✔️ इस माध्यम से समय और पैसा दोनों का बचत किया जा सकता है
आंध्र प्रदेश के भूमि संबंधित जानकारी देखने का माध्यम नीचे बताया गया
- ✔️ सबसे पहले आंध्र प्रदेश लैंड रिकॉर्ड की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- ✔️ अब आपके सामने होम पेज खुल जाएगा।
- ✔️ होम पेज पर आपको सर्च के टुकड़ी का चयन करना होगा जो कुछ इस प्रकार से दिए गए।
- ✔️ सर्वे नंबर
- ✔️ अकाउंट नंबर
- ✔️ आधार नंबर
- ✔️ ग्रेजुएट का नाम
- ✔️ ऑटोमेशन रिकॉर्ड
- ✔️ इसके बाद आपको जिला , जोन, विलेज ,कोड इत्यादि भरना होगा।
- ✔️ अब क्लिक के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- ✔️ आंध्र प्रदेश भूमि से संबंधित सारी जानकारी आपको कंप्यूटर स्क्रीन पर प्राप्त हो जाएगी।
असम भूमि संबंधित जानकारी देखने की प्रक्रिया को नीचे बताया गया है।
- ✔️ सर्वप्रथम आपको आसाम भूलख की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- ✔️ अब आपके सामने एक पेज खुल जाएगा।
- ✔️ उस पेज पर आपको जमाबंदी के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- ✔️ इसके बाद एक नया पेज खुल जाएगा आपके सामने।
- ✔️ इस पेज पर आपको जिला, सर्किल तथा विलेज का चयन करना होगा।
- ✔️ आपको कैप्चा कोड तथा दग नंबर दर्ज करना होगा।
- ✔️ इसके बाद आपको फिर से जमाबंदी के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- ✔️ और भूमि संबंधित सारी जानकारी कंप्यूटर के स्क्रीन पर मिल जाएगी।
बिहार भू नक्शा जमाबंदी देखने की प्रक्रिया
- ✔️ सबसे पहले अपना खाता बिहार की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
- ✔️ अब आपके सामने एक पेज खुल जाएगा।
- ✔️ इस पेज पर आपको एक नक्शा दिखाई देगा।
- ✔️ इस नक्शे से आप अपने जिले या शहर का चयन कर सकते हैं।
- ✔️ इसके बाद आपके सामने आपका अंचल जाएगा ।
- ✔️ आप अपने अनुसार से अंचल का चयन कर सकते हैं।
- ✔️ इसके बाद आपको अंचल में मौजूद सभी जानकारी दिखाई देगी।
- ✔️ अब आपको अपने मौजा का चयन करना होगा।
- ✔️ इसके बाद आपके सामने फिर एक नया पेज खुल जाएगा।
- ✔️ आपको इस पेज के द्वारा पूछे गए सभी जानकारी को भरना होगा।
- ✔️ अब आपको खाता खोजे के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- ✔️ इससे संबंधित सभी जानकारी आपको कंप्यूटर स्क्रीन पर प्राप्त हो जाएगी।
छत्तीसगढ़ भूमि संबंधित जानकारी देखने की प्रक्रिया
- ✔️ सबसे पहले आपको छत्तीसगढ़ लैंड रिकॉर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- ✔️ आपके सामने एक पेज खुल जाएगा।
- ✔️ इस पेज पर आपको डिजिटल हस्ताक्षर कृत बी -1/पी-।। आवेदन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- ✔️ अब आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
- ✔️ इस पेज पर आपको ग्राम कोड डालने का विकल्प दिखाई देगा।
- ✔️ आप अपनी आवश्यकता अनुसार ग्राम कोड डाल सकते हैं।
- ✔️ इसके बाद आपको खतौनी रिपोर्ट डाउनलोड करने का विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- ✔️ अब आपको अपना नाम , मेल आईडी, पता, मोबाइल नंबर डालकर रिपोर्ट लिंक पर क्लिक करना होगा।
- ✔️ यह सब जानकारी जैसे ही आप दर्ज करेंगे एक पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने का ऑप्शन दिखाई देगा आप डाउनलोड के विकल्प पर क्लिक करेंगे।
- ✔️ छत्तीसगढ़ भूमि संबंधित सभी जानकारी आपको डिवाइस के स्क्रीन पर प्राप्त हो जाएगी।
गोवा,गुजरात,हरियाणा,हिमाचल प्रदेश,झारखंड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश महाराष्ट्र,ओडिशा,पंजाब,राजस्थान,तमिलनाडु,तेलंगाना, उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश, वेस्ट बंगाल,दिल्ली, आदि राज्यों के भूमि संबंधित जानकारी देखने की प्रक्रिया ऊपर बताई गई माध्यम से आप चेक कर सकते हैं अपने राज्य के पोर्टल पर जाकर।
बिहार के 18 बड़े जिलों में 2022 में होगा भूमि सर्वे
राज्य के 18 बड़े जिलों में नए साल में भूमि कासर्वेक्षण होगा। राजस्व एवं भूमिसुधार विभाग के मंत्री रामसूरत कुमार ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय के वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन का पत्रिका के रूप में लोकार्पण किया।
जमीन कितने प्रकार की है?
- ✔️ जमीन कितने प्रकार के होते है ?
- ✔️ वन भूमि
- ✔️ बंजर तथा कृषि अयोग्य भूमि,
- ✔️ गैर-कृषि उपयोग हेतु प्रयुक्त भूमि,
- ✔️ कृषि योग्य भूमि
- ✔️ स्थायी चारागाह एवं पशुचारण,
- ✔️ वृक्षों एवं झाड़ियों के अंतर्गत भूमि,
- ✔️ चालू परती,
- ✔️ अन्य परती,
रजिस्ट्री कितने प्रकार की होती है?
जमीन का वर्गीकरण छह से सात श्रेणियों में करने की योजना है। राजधानी समेत सूबे के सभी शहरी निकायों में अब जमीन की रजिस्ट्री भी इन्हीं छह-सात श्रेणियों में होगी। भूमि के वर्गीकरण का जिम्मा तीन विभागों को सौंपा है। जिसमें निबंधन एवं उत्पाद विभाग, नगर विकास आवास विभाग और राजस्व एवं भूमि सुधार को शामिल किया गया है।
जमीन की रजिस्ट्री में कितने पैसे लगते हैं?
यानी कलेक्टर गाइड लाइन से जमीन की कीमत का 6.25 प्रतिशत शुल्क के रूप में जमा कराना होगा। कोई व्यक्ति शहर के किसी इलाके में एक हजार वर्गफीट की जमीन खरीदे, जिसका कलेक्टर गाइडलाइन रेट 1000 रुपए वर्गफीट है, तो कुल 10 लाख रुपए में से रजिस्ट्री शुल्क 6.25 प्रतिशत लगेगा।
जमीन की रजिस्ट्री कौन करता है?
आपको अपने रजिस्ट्री ऑफिस मे जाना है। वहाँ आपको वकील या रजिस्ट्रार मिल जाएगा। जमीन बेचने वाले और खरीदने वाले दोनों को आवश्यक दस्तावेज देना होगा। आपको निर्धारित फीस का भुगतान भी करना पड़ेगा।
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आपको अपने रजिस्ट्री ऑफिस मे जाना है। वहाँ आपको वकील या रजिस्ट्रार मिल जाएगा। जमीन बेचने वाले और खरीदने वाले दोनों को आवश्यक दस्तावेज देना होगा। आपको निर्धारित फीस का भुगतान भी करना पड़ेगा।
यानी कलेक्टर गाइड लाइन से जमीन की कीमत का 6.25 प्रतिशत शुल्क के रूप में जमा कराना होगा। कोई व्यक्ति शहर के किसी इलाके में एक हजार वर्गफीट की जमीन खरीदे, जिसका कलेक्टर गाइडलाइन रेट 1000 रुपए वर्गफीट है, तो कुल 10 लाख रुपए में से रजिस्ट्री शुल्क 6.25 प्रतिशत लगेगा।
जमीन का वर्गीकरण छह से सात श्रेणियों में करने की योजना है। राजधानी समेत सूबे के सभी शहरी निकायों में अब जमीन की रजिस्ट्री भी इन्हीं छह-सात श्रेणियों में होगी। भूमि के वर्गीकरण का जिम्मा तीन विभागों को सौंपा है। जिसमें निबंधन एवं उत्पाद विभाग, नगर विकास आवास विभाग और राजस्व एवं भूमि सुधार को शामिल किया गया है।
जमीन कितने प्रकार के होते है ?
वन भूमि
बंजर तथा कृषि अयोग्य भूमि,
गैर-कृषि उपयोग हेतु प्रयुक्त भूमि,
कृषि योग्य भूमि
स्थायी चारागाह एवं पशुचारण,
वृक्षों एवं झाड़ियों के अंतर्गत भूमि,
चालू परती,
अन्य परती,
राज्य के 18 बड़े जिलों में नए साल में भूमि कासर्वेक्षण होगा। राजस्व एवं भूमिसुधार विभाग के मंत्री रामसूरत कुमार ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय के वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन का पत्रिका के रूप में लोकार्पण किया।